Monday, 31 December 2018

इंटरनेट के लाभ और हानि (Internet ke Labh Aur Hani in Hindi)

इंटरनेट के लाभ और हानि (Internet ke Labh Aur Hani in Hindi)

दोस्तों हम सभी तो ये जानते ही है की किसी भी चीज़ का उसके व्यबहार के ऊपर निर्भर करके लाभ और नुकसान दो भिन्न पहलू होता है।

इसीलिए आधुनिक समाज का अन्यतम अंश इंटरनेट का भी इसके व्यबहार के ऊपर निर्भर करके जिस तरीके से बहुत सारा लाभ है उसी तरीके से इंटरनेट का बहुत सारा हानि भी है।

आज का जमाना है इनफार्मेशन और टेक्नोलोग्य का, जिसके कारण इंटरनेट एक बेहद ही जरूरी चीज़ बन गयी है। 

क्योकि ज्यादातर इनफार्मेशन और टेक्नोलॉजी को आज के समय में इंटरनेट के जरिए ही नियंत्रण किआ जाता है।

दोस्तो आज इंटरनेट के लाभ और हानि के ऊपर इस छोटे से निबंध में हम इन्ही दो मुख्य बातो को विस्तार से जानने की कोसिस करेंगे। आशा करता हु की ये लेख आपको इससे जुड़े हुए छोटे बड़े हर एक तथ्य को प्रदान करने में शक्षम हो पायेगा।  

तो चलिए सबसे पहले इंटरनेट के क्या क्या लाभ है उसी को जान लेते है: -
Internet ke Labh Aur Hani in Hindi
Internet ke Labh Aur Hani in Hindi
1. तथ्यो का भण्डार: - इंटरनेट पूरी दुनिआ के तथ्यो का भंडार है, जिसमे हम सबको बिलियन, ट्रिलियन की मात्रा में तथ्य प्राप्त होता है। आज के समय में दुनिआ की कोई भी तथ्य अगर हमें चाहिए तो हमें वो इंटरनेट पे मिल जायेगी। 

दोस्तों आपको एक बात और बता देना चाहता हु की इस दुनिआ में इंटरनेट का कोई भी मालिक या स्वामी नहीं है। 

इंटरनेट पूर्ण रूप से स्वतंत्र है और समय अनुसार बिभिन्न परिवेश और परिस्थिति के ऊपर निर्भर करके अपने ही रस्ते से चलता रहता है। ये तथ्यों का एक जाल है जो बिभिन्न नेटवर्को को एक दूसरे से जुड़ता है। 

पहले के समय में इन तथ्यों को ढूंढ़ने के लिए बहुत सारे किताबे पढ़नी पड़ती थी। लेकिन आज इतने ज्यादा तत्य इंटरनेट पर मौजूद है की हमें बहुत ज्यादा किताब पढ़ने की जरूरत ही नहीं है। 

हामारे जरूरत की सारे तथ्य गूगल , याहू या फिर बिंग सर्च इंजन पर मौजूद है। 


2. संचार की सुबिधा: - संचार की माध्यम या प्रक्रियाओ को इंटरनेट आज ज्यादा आसान कर रही है। पहले क्या होता था जब इंटरनेट था ही नहीं ?

कोई कबूतर चिट्टी देके जाता था और वो भी कभी कभी गलत हाथो में और उसके बाद आया डाकिआ, जो एक चिट्टी को पहुंचाने हफ्तों-महीनो का समय लेता था। 

लेकिन क्या आज वो सारे पौराणिक व्यबस्थाये मौजूद है ? क्या आज किसी व्यक्ति को कोई वार्ता पाने के लिए इतना ज्यादा समय रुकने की आवश्यकता है ? बिलकुल नहीं ना।    

आज हम घर बैठे दुनिआ की किसी भी कोने के साथ, किसी भी व्यक्ति के साथ और किसी भी समय आसानी से संचार कर सकते है। 

वो संचार केवल लिखित वार्ता के जरिए ही नहीं बल्कि वीडियो, ऑडियो इत्यादि के माध्यम से भी संभव हो रहा है।  

संचार की इस सुबिधा को और भी ज्यादा आसान बना रहे है आज के कुछ कुछ बड़े बड़े मल्टीनेशनल कंपनीया , ये सारे कम्पनिया है जैसे की फेसबुक, जीमेल (गूगल-मेल), ट्विटर, व्हाट्सप्प, लिंकेडीन, पिनटेरेस्ट, याहू मेल (याहू और बिंग का) इत्यादि। 

अगर हम कम शब्द में कहे तो इंटरनेट की संचार सुबिधा वो है जिसके जरिए भारत में रहने वाले व्यक्ति किसी अमेरिकन, ब्रिटिश या रूसी के साथ आसानी से घर बैठे वार्तालाप कर सकते है। 

आज के समय में ये इसका सबसे बड़ा लाभ है, जिसको किसी भी तरीके से ठुकराया नहीं जा सकता।        


3. व्यापार की सुबिधा: - इंटरनेट के माध्यम से आज पूरी दुनिआ एक दूसरे के साथ जुड़ सुकि है। पहले के समय में व्यपार करना इतना आसान नहीं था। 

एक देश में रहने वाले एक व्यापारी दूसरे देश में आसानी से व्यापार नहीं कर पाते थे क्योकि इसके लिए उस व्यापारी का शारीरिक उपस्थिति जरूरी होता था। लेकिन आज वो समय और व्यबस्थाये जा सुके है। 

कोई भी व्यक्ति आज के समय में घर बैठे ही अपना व्यापार पूरी दुनिआ में चला सकता है। 

उपाय है : - एफिलिएट मार्केटिंग, अपना खुद का वस्तु किसी मार्केटप्लेस पर बेचना जैसे की - अमेज़न और फ्लिपकार्ट, या फिर खुद के वेबसाइट खोलके ड्रॉपशिप्पिंग करना इत्यादि।   

इसके लिए उस व्यक्ति या व्यापारी को ना कोई शारीरिक उपस्थिति जरूरी है और ना ही जरूरी है व्यापार के वस्तुओ को अपने पास रखना।

इंटरनेट ने परंपरागत बाजारों को आज डिजिटल बाजारों में बदल दिआ है। व्यापार की सुबिधा इसके सबसे बड़े सुबिधाओ में से अन्यतम है।

इसका महत्वपूर्ण उदाहरण जिससे आप-हम जुड़े हुए है , जैसे की : - अमेज़न, फ्लिपकार्ट, स्नैपडील, शापिफ़य इत्यादि इ-कॉमर्स मार्केटप्लेस। 



4. दूर शिक्षा की सुबिधा : -  आधुनिक विश्व में इंटरनेट ने शिक्षा के क्षेत्र में भी क्रन्तिकारी भूमिका पालन की है। आज कोई भी छात्र या छात्रा घर बैठे ही किसी दूसरे देश या जगह के शिक्षक से शिक्षा ग्रहण कर सकते है। 

जिस तरह अमेरिका में रहने वाले शिक्षक भारत में रहने वाले छात्रों को पढ़ा सकते है उसी तरह भारत में रहने वाले शिक्षक अमेरिका में रहने वाले छात्रों को आसानी पढ़ा सकते है। 

इस दशक में इंटरनेट के जरिए दूर शिक्षा की प्रगति में सबसे ज्यादा योगदान दिआ है, दुनिआ की सबसे बड़ी  वीडियो हब Youtube.com ने, जो सबके लिए मुफ्त है और चलाने में भी बड़े ही आसान है। 

अगर हम भारत के क्षेत्र में कहे तो इसमें मुख्य भूमिका पालन की है Byju's learning app ने।


5. मनोरंजन की सुबिधा : - पहले के समय में मनोरंजन के लिए नाटक आयोजन किआ जाता था, जिसमे कुछ लोग शारीरिक रूप से किसी विशेष जगह पर उपस्थित होके दर्शको को नाटक दिखाते थे। इसमें दर्शको की मर्जी ज्यादा नहीं चलती थी, जितना ज्यादा आज चल रही है।   

मनोरंजन के इस प्रथा के बाद आये टेलीविज़न या दूरदर्शन और रेडिओ।  

लेकिन दोस्तों ये सारे प्रथाए आज इंटरनेट के बदौलत लगभग ख़तम हो सुकि है। आज इंटरनेट के माध्यम से मनोरंजन और भी ज्यादा आसान और आकर्षक हो गए है। 

यूट्यूब, नेटफ्लिक्स, हॉटस्टार इन सब बड़े बड़े माध्यमों के जरिए हम कभी भी कुछ भी मनोरंजन कर सकते है। चाहे वो फिल्म, नाटक या फिर गाना ही क्यों ना हो।                

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इंटरनेट के हानि (Internet Ke Hani)

1. हैकिंग-क्रैकिंग का खतरा: -  इंटरनेट के सबसे बड़े हानिओ में से हैकिंग-क्रैकिंग का खतरा सबसे प्रथम है। 

कुछ ऐसे लोग होते है जो इंटरनेट और कंप्यूटर को व्यबहार करने में तो उस्ताद है लेकिन ये लोग अपने इस दक्षता को मानव समाज के हिट में व्यबहार करने की बजाय अपने खुदके स्वार्थ को पूर्ण करने में व्यबहार करते है।  

ऐसे लोगो को टेक्निकल भाषा में हैकर कहा जाता है।

अपने दक्षता के माध्यम से ये लोग दुसरो की बैंक जमा हुआ धन को चोरी करते है, तथा किसी वेबसाइट की तथ्य को भी बर्बाद कर देते है। 

क्या आपको मालूम है हैकिंग एक कानूनी जुर्म है? और जो भी इस जुर्म को करते है उसको 'साइबर क्रिमिनल' बोला जाता है। आज के समय में इन अपराधिओं सरकार कठोर से कठोर दंड प्रदान करता है। 

अमेरिका जैसे देशो में कोई कोई हैकरों को तो पूरा जीवन जेल की सजा दी गयी। 


2. अश्लीन फिल्मो का प्रचार: - अश्लीन सिनेमा इंटरनेट पर एक सहजलभ्य बस्तु है। दुनिआ में ऐसे हजारो-लाखो के तादाद में अश्लीन फिल्मो का वेबसाइट है। 

आज-कल के कम उम्र के बच्चे इन सब चीज़ो के साथ परिचित होने के कारण उनके मन में भी यौन उत्तेजना ज्यादा बढ़ रहा है। 

एक वैज्ञानिक परीक्षा के मुताबित आज-कल के समाजो में यौन अपराध की मात्रा बृद्धि होने का ये भी एक अति महत्वपूर्ण कारण है।    



3. किताबो से व्यक्ति की दुरी: - है ये सभी को मानना होगा की इंटरनेट तथ्यो का भण्डार है लेकिन अचल ज्ञान प्राप्ति के लिए किताब पढ़ना बहुत ही जरूरी है। 

इंटरनेट की सुबिधा होने के कारण व्यक्ति को आसानी के साथ कोई भी तथ्य मिल जाता है जिसके काऱण व्यक्ति किताब पढ़ने का मन नहीं करता। 

लेकिन अगर जीवन में प्रकृत ज्ञान प्राप्त करना है तो आपको किताब पढ़नी ही पड़ेगी। 

इसका मुख्य कारण है, क्योकि ज्यादातर ज्ञानी-पंडित लोग अपने ज्ञानो को किताबो के आकर में ही प्रकाशित करते है।  

हामारे मुताबित आज के समय में किताबो से व्यक्ति की दुरी वो कारण है जिसके वजह से लोगो के बिच सामाजिक प्रमुल्य दिन व दिन खोया ही जा रहा है।


3. लोगो के दुरी बढ़ना : - दोस्तों आज से करीब दस-बिस साल पहले जब इंटरनेट का प्रभाव इतना ज्यादा नहीं था तब लोग एक दूसरे के साथ ज्यादा बात करते थे, एक दूसरे के साथ ज्यादा समय व्यतीत करते थे लेकिन समय बीतने के साथ साथ आज बात-चित करने का ये माध्यम भी काफी बदल सुका है।

आज लोग एक दूसरे के साथ ज्यादा समय व्यतीत करने के वजाय फेसबुक, व्हाट्सअप, ट्विटर, इत्यादि डिजिटल इंटरनेट माध्यमों के जरिए ही बात-चित करते है।  

जिसके कारण लोगो के बिच की अनुभूतिक दुरी दिन व दिन बढ़ती ही जा रही है। 

आज कल के बच्चे तो फेसबुक, व्हाट्सअप में इतना मगन रहते है की उन्हें अपने माता-पिता, या दादा-दादी के साथ बात करने के लिए भी समय नहीं मिलता। 

दोस्तों इसको हम इंटरनेट का एक अन्यतम दुखद और बुरा प्रभाव बोल सकते है।