Friday, 8 March 2019

पश्चिमीकरण क्या है ?

पश्चिमीकरण क्या है ?


"पश्चिमीकरण क्या है ?", दोस्तों इस प्रश्न का अगर हम सरल भाषा में सीधा सीधा उत्तर दे तो बोल सकते है की पश्चिमीकरण वो एक प्रक्रिया है जिसके माध्यम से दुनिआ के पश्चिमी हिस्से के देशो की रीती-निति, अचार-व्यबहार, खान-पान या अन्य सांस्कृतिक प्रमूल्यो को दुनिआ के बाकि हिस्से के देशो दुवारा अनुकरण किआ जाता है।

दराचल पश्चिमीकरण एक सांस्कृतिक संकल्पना है, जिसको हम पश्चिमी संस्कृति का विस्तार माध्यम बोले तो भी ज्यादा गलत नहीं होगा।

क्योकि आज पूरी दुनिआ जिस तरह अमेरिका, ब्रिटैन, फ्रेंच, जर्मनी, इटली जैसे धनी पश्चिमी देशो की संस्कृति को अनुकरण कर रहा है, उसको देखकर तो ऐसा ही लगता है की आगे चलके इन देशो की संस्कृति पुरे दुनिआ को ही अपने कब्जे में ले लेगी।        
पश्चिमीकरण क्या है ?

क्या पश्चिमीकरण और आधुनिकीकरण एक ही संकल्पना है ?


दोस्तों इस प्रश्न का उत्तर ढूंढ़ने के आरम्भ में ही हमें ये समझ लेना होगा की ये दो संकल्पना 'पश्चिमीकरण' और 'आधुनिकीकरण' आखिर समझाना क्या चाहता है ?

पश्चिमीकरण: - पश्चिमीकरण दो भिन्न शब्दों के मेल से बना हुआ है। यहाँ एक है 'पश्चिम' और दूसरा है 'करण'. 

यहाँ जो  'पश्चिम' शब्द है वो दुनिआ के पश्चिमी देशो को निर्देशित करता है (जैसे की अमेरिका, ब्रिटैन, फ्रेंच, इटली, जर्मनी इत्यादि) और जो 'करण' है वो इन देशो की संस्कृति का बाकि देशो में विस्तार को निर्देशित करता है।

आधुनिकीकरण: - जिस तरह 'पश्चिमीकरण' दो भिन्न शब्द के मेल से बना हुआ है उसी तरह 'आधुनिकीकरण' भी दो भिन्न शब्दों के मेल से ही बना हुआ है। 'आधुनिकीकरण' का प्रथम शब्द है 'आधुनिक' और दूसरा है 'करण'.

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'आधुनिक' शब्द प्रतिनिधित्व करता है यौक्तिक, वैज्ञानिक सोच को, जो समाज के लिए कल्याणकारी होता है। और 'करण' प्रतिनिधित्व करता है जब उस कल्याणकारी सोच को किसी समाज व्यबस्था में विस्तारित रूप से फैला दिआ जाता है। 

अर्थात जब किसी यौक्तिक, वैज्ञानिक सोच को किसी समाज व्यबस्था में फैला दिआ जाता है तब उसी को आधुनिकीकरण बोला जाता है।

दोस्तों अब आते है हामारे मुख्य मुद्दे पर की "क्या पश्चिमीकरण और आधुनिकीकरण एक है ?" . ऊपर के बातो को बिचार करके मुझे ऐसा लगता है की आधुनिकीकरण और पश्चिमीकरण दोनों ही अलग अलग विषय है

लेकिन दोनों में कुछ कुछ गंभीर सम्बन्ध भी है। आईए जानते है इन दोनों के बिच क्या क्या सम्बन्ध है और क्या क्या अंतर है।

1. सबसे पहले तो आधुनिकीकरण मानव समाज के लिए हमेशा ही कल्याणकारी होती है। कुछ लोग बोलते है की आधुनिकीकरण की अपकारिता भी होती है, लेकिन दोस्तों मई बोलता हु की आधुनिकीकरण अपकारी हो ही नहीं सकती और जो सोच या कार्य अपकारी हो सकती है वो आधुनिक नहीं हो सकती।

उदाहरण के रूप में : - आधुनिकीकरण हमेशा ही व्यक्ति स्वतंत्रता का समर्थन करता है, लेकिन दोस्तों अगर कोई व्यक्ति उस स्वतंत्रता को भोग करने के चक्कर में किसी दूसरे व्यक्ति की स्वतंत्रता को आघात करे तो वो आधुनिक नहीं कहलायेगा।

हो सकता है वो पश्चिमीकरण हो या फिर कुछ और। आधुनिकीकरण का प्रथम धर्म ही होता है व्यक्ति और समाज का कल्याण करना।

लेकिन वही दूसरी ओर पश्चिमीकरण का कोई भी नैतिक मान नहीं होता है। ये समाज के लिए कल्याणकारी भी हो सकता है और हानिकारक भी हो सकता है।

उदाहरण के रूप में : - नारी शिक्षा का समर्थन पश्चिमीकरण का समाज के लिए एक सुन्दर उपहार है लेकिन वही दूसरी ओर ड्रग्स, शराब का प्रचलन इसका ही समाज के लिए एक श्राप है।


2. दोस्तों आपको ज्ञात होना चाहिए की पश्चिमीकरण को ही हम आधुनिकरण नहीं बोल सकते लेकिन आधुनिकीकरण में पश्चिमीकरण के बहुत सारे उपादान समाए हुए है। 

उदाहरण : - नारी शिक्षा का विस्तार आधुनिकीकरण का अंश है लेकिन सर्वप्रथम इस आधुनिक सोच का जनम पश्चिमी देशो में ही हुआ था।


3. आधुनिकीकरण और पच्छिमीकरण दोनों ही बहुत पुराने सामाजिक संकल्पना है। दराचल लोगो के मन सक्रिय ना होने के कारण 16 वी सदी तक आधुनिकीकरण समाज में चुप-चाप ही अपना कार्य कर रहा था, इसका प्रकाश हमें भगवत गीता, कुरान, बाईबल इत्यादि धर्म ग्रंथो में देखने मिलता है।

लेकिन पश्चिमीकरण की संकल्पना को पुराने होने का मर्यादा इसीलिए प्राप्त हुआ, क्योकि 16 वी सदी से बहुत पहले के सदीओ में से इसका विकाश तेजी से हो गया था।