संचार क्या है ?
समाजशास्त्रीक परिभाषाओ में से एक और अन्यतम है 'संचार या कम्युनिकेशन', तो फिर क्या होता है ये संचार ? आज हम इसी विषय के ऊपर गंभीरता से चर्चा करेंगे।
क्या आप इस चर्चा में अंश ग्रहण करने हेतु इच्छुक हो? आशा करता हु की इस चर्चा के माध्यम से इस विषय के ऊपर आपको काफी मदद होगी।
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तो चलिए सबसे पहले इस प्रश्न के उत्तर ढूंढ़ने की कोसिस करते है।
दोस्तों हम इंसान एक सामाजिक प्राणी है। इंसानो के समाज में रहकर ही हम अपना जीवन व्यतीत करते है, इसके कारण हम बिभिन्न उद्देश्यों को केंद्र करके बिभिन्न लोगो से बात चित करते है, अलाप-आलोचनाए करते है।
दोस्तों हम इंसान इसीलिए ये सब करते है ताकि हम अपने बिभिन्न उद्देश्यों को पूरा कर पाए।
इसीलिए कम्युनिकेशन या संचार वो उपाय होता है जिसके जरिए हम अन्य इंसानो के साथ अपने अनुभवों को बाटकर अपने बिभिन्न उद्देश्यों को पूरा करने की कोसिस करते है।
ये उद्देश्य कुछ भी हो सकता है, चाहे वो कितना भी छोटा या फिर कितना भी बड़ा क्यों ना हो।
लोगो के साथ बात-चित करना, लिखित सन्देश भेजना, अपने हाट या आखो से किसी को इशारे करना ये सभी बिभिन्न प्रकार के संचार के उदहारण होते है।
बहुत सारे समाजशास्त्रीक ये भी कहते है की हम इंसान खुद के साथ भी संचार करते है, जिसको उन लोगो ने नाम दिआ है 'आंत-संचार' (Intra-Communication), हालांकि इसके बारे में हम इसके प्रकारो के अध्ययन में अच्छे से जानेंगे।