बाल मजदूरी
बाल श्रम या मजदूरी एक बहुत ही बड़ा सामाजिक समस्या है। ये बाकि सामाजिक समस्याओ से काफी अलग है, जो बच्चो के भबिस्व को अंधकार की ओर ले जाते है। लकिन दोस्तों क्या आप जानने के लिए इच्छुक नहीं हो की बाल श्रम क्या है ? तो चलिए आज इसी प्रश्न का उत्तर ढूंढ़ने की कोसिस करते है।
दराचल जब कम उम्र के बच्चो को पैसो के बदले कोई व्यक्ति अपने स्वार्थ पूर्ति हेतु कानून के विरोद्ध जाकर काम करवाता है तो उसी को बाल मजदूरी कहाँ जाता है। ये एक सर्बजनिन सामाजिक समस्या है, क्यों वर्तमान पूरा बिस्व इससे जुंज रहे है। आज दुनिआ के बिभिन्न देशो में बाल श्रमिक रोकने के ऊपर अलग अलग कानून बनाया गया है। भारत जैसे देशो में इसकी उम्र की रेखा 6 से 14 साल रखी गयी है।
अर्थात इस देश में अगर कोई व्यक्ति 6 से 14 साल उम्र की किसी बच्चे को कानून के विरोध जाकर काम करवाता है तो उसको बाल श्रमिक कहाँ जाता है। अब आते है इसके कुछ अति तात्पर्यपूर्ण कारणो के ऊपर।
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बाल मजदूरी के कारण
1. गरीबी: - बाल मजदूरी का प्रधान कारण गरीबी को बाले तो भी कोई गलत बात नहीं होगा। क्योकि जब कोई बच्चा कम उम्र में कही और काम करने के लिए बाध्य हो जाता है तो उसका प्रधान कारण गरीबी ही होता है। क्योकि उसकी प्रयोजनो को पूरा करने के लिए उसकी माता-पिता आर्थिक रूप से शक्षम नहीं है, जिसके कारण उसे खुद ही काम करके अपना गुजारा करना पड़ता है।
2. दुर्बल कानून व्यबस्था: - समस्या तो हर एक मानब समाज का मुख्य चरित्र होता है। जब तक मानब समाज है तब तक उस समाज में समस्याए भी है। लकिन ये इंसानो का ही कर्तब्य होता है की कैसे उन समस्याओ का समाधान सूत्र निकाला जाये।
बाल मजदूरी के विरुद्ध जितने भी नारे क्यों ना लगा ले और जितने भी भाबुक भाषण क्यों ना दे लकिन ये तब तक समाधान नहीं हो सकती जब तक देश की कानून व्यबस्था शक्तिशाली नहीं होगी। किसी देश या समाज में इस समस्या की बृद्धि होने का ये भी एक और अन्यतम मुख्य कारण है। उदाहरण: - भारत, बंगलादेश, पाकिस्तान इत्यादि।
3. अत्यधिक मात्रा में संतान का जन्म: - इस समस्या का और एक विशेष कारण है अत्यधिक मात्रा में संतान का जन्म। भले ही अप्रत्यक्ष रूप से क्यों ना हो लकिन ये पूर्ण रूप से व्यक्ति की आर्थिक अवस्था के साथ जुड़ा हुआ होता है। मान लीजिए किसी परिवार में खाने वालो की संख्या 10 है और खिलाने वाले की संख्या है 1 .
अब
जब इतने सारे व्यक्तिओ को पालने के लिए एक ही व्यक्ति को कमाना पड़ेगा तो ये उस व्यक्ति के लिए ये अवस्था काफी कठिन हो जायेगा। इसीलिए कुछ कुछ परिवारो में सन्तानो की संख्या अधिक होने के कारण माता-पिता खुद अपने बच्चो की जरूरतो को पूरा नहीं कर पाते। ऐसे माता-पिता अपने बच्चो को कही और काम करने के लिए भेज देते है ;जो बाद जाके बाल मजदुर बनते है।
4. शिक्षा का अभाव: - शिक्षा के जरिए व्यक्ति को सही और गलत का पाठ पढ़ने मिलता है लकिन जब व्यक्ति के पास शिक्षा ही ना हो तो वो कभी भी सही और गलत का फैसला नहीं कर पाता है। इसी कारणवर्ष बहुत सारे लोग ये नहीं जान पाते की बाल मजदूरी कितनी गलत बात है, ये किस तरह समाज को बिध्वंश ओर ले जाते है। इसीलिए हम सोचते है की शिक्षा का अभाव भी इस समस्या का एक और अन्यतम मुख्य कारण है।
5. आध्यत्मिक ज्ञान का अभाव: - क्या हमें सिर्फ अपने लाभ के बारे में ही सोचना चाहिए ? ये जो बच्चे हमारे आस-पास मजदूरी करते फिरते है उनके प्रति हमारा कोई दावित्त्व नहीं है? क्या उनका कोई भाबिस्व नहीं है ? जो लोग बाल मजदूरी का समर्थन करते है तथा इसको अपने स्वार्थ हेतु व्यबहार करते है वो लोग ऐसे कभी भी नहीं सोच पाते।
इसका मुख्य कारण यही है की उनकी आध्यत्मिक ज्ञान का मान बहुत ही कम होता है। ऐसे लोग कानून तथा देश के भी अपराधी होते है, क्योकि बच्चो की भाबिस्व को नस्ट करने के दुवारा ऐसे लोग देश की भाबिस्व को भी अंधकार की ओर ले जाते है।