सामाजिक समस्या के प्रकार (Samajik Samasya Ke Prakar)
दोस्तों हमने हामारे अन्य एक लेख में अध्ययन किआ था की सामाजिक समस्या क्या है और उसकी विशेषताए क्या क्या होती है ?
दोस्तों इस लेख में हम जानेंगे की सामाजिक समस्या कितने प्रकार के और क्या क्या होते है? तो चलिए आरम्भ करते है।
दोस्तों इस लेख में हम जानेंगे की सामाजिक समस्या कितने प्रकार के और क्या क्या होते है? तो चलिए आरम्भ करते है।
1. प्राकृतिक आपदा से जन्मे हुए सामाजिक समस्या: -
सामाजिक समस्या के इस प्रकार के जन्म में प्राकृतिक आपदाओ का मुख्य भूमिका होता है।
दोस्तों किसी किसी जगह पर कभी कभी हुए भूकंप, बाढ़, जवालामुखी विस्फोट इत्यादि कारणो से इस प्रकार के समस्या का जन्म होता है।
क्योकि भूकंप और बाढ़ जैसे प्राकृतिक आपदाओ के कारण बाद में लोगो को दरिद्रता, भूखमरी, रहने को घर का आभाव इत्यादि समस्या का सामना करना पडता है।
दोस्तों किसी किसी जगह पर कभी कभी हुए भूकंप, बाढ़, जवालामुखी विस्फोट इत्यादि कारणो से इस प्रकार के समस्या का जन्म होता है।
क्योकि भूकंप और बाढ़ जैसे प्राकृतिक आपदाओ के कारण बाद में लोगो को दरिद्रता, भूखमरी, रहने को घर का आभाव इत्यादि समस्या का सामना करना पडता है।
2. सामाजिक प्रमुल्य से जन्मे सामाजिक समस्या: -
कुछ समस्या ऐसे भी होते है जो किसी एक समाज के लिए समस्या नहीं होता लकिन किसी अन्य एक समाज के लिए समस्या हो सकता है।
ऐसे समस्याओ को सामाजिक प्रमुल्य से जन्मे हुए समस्या बोला जाता है।
ऐसे समस्याओ को सामाजिक प्रमुल्य से जन्मे हुए समस्या बोला जाता है।
उदाहरण के रूप पश्चिमी समाज के लिए विवाह पूर्ब यौन मिलन कोई समस्या नहीं, क्योकि ये उनकी संस्कृति का अंश स्वोरुप होता है।
लेकिन भारत जैसे देशो की समाज में विवाह पूर्ब यौन मिलन एक निंदनीय कार्य है तथा समस्या माना जाता है। क्योकि ये भारतीय संस्कृतिक प्रमुल्यो के खिलाफ है।
लेकिन भारत जैसे देशो की समाज में विवाह पूर्ब यौन मिलन एक निंदनीय कार्य है तथा समस्या माना जाता है। क्योकि ये भारतीय संस्कृतिक प्रमुल्यो के खिलाफ है।
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3. आंत-सम्बन्ध से जन्मे सामाजिक समस्या: -
हमको तो ये ज्ञात है की समाज सामाजिक सम्बन्ध का एक जाल स्वोरुप है। समाज के एक अंश का प्रभाव दूसरे अंश पर पड़ता ही है।
दोस्तों आपके ज्ञातार्थ बता देना चाहता हु की सामाजिक समस्याए भी इसी तरह कार्य करती है तथा अन्य समस्याऔ का जन्म देती है।
अर्थात एक सामाजिक समस्या अन्य एक की जन्म के लिए जिम्मेदार होते है। उदाहरण के रूप में: - गरीबी से चोरी, चोरी से डकइती और डकइती से हत्या ऐसे समस्याओ का जन्म होता है।
दोस्तों आपके ज्ञातार्थ बता देना चाहता हु की सामाजिक समस्याए भी इसी तरह कार्य करती है तथा अन्य समस्याऔ का जन्म देती है।
अर्थात एक सामाजिक समस्या अन्य एक की जन्म के लिए जिम्मेदार होते है। उदाहरण के रूप में: - गरीबी से चोरी, चोरी से डकइती और डकइती से हत्या ऐसे समस्याओ का जन्म होता है।
4. सामाजिक परिवर्तन से जन्मे सामाजिक समस्या: -
मानव समाज की ये विशेषता ही होती है की ये कभी भी एक जैसे नहीं रह सकता।
समय के साथ साथ परिवर्तन समाज का धर्म होता है। लेकिन दोस्तों इस परिवर्तन के कारण बिभिन्न प्रकार की समस्याए भी समाज में विकशित होता है।
समय के साथ साथ परिवर्तन समाज का धर्म होता है। लेकिन दोस्तों इस परिवर्तन के कारण बिभिन्न प्रकार की समस्याए भी समाज में विकशित होता है।
उदाहरण के रूप में फ्रेंच रेवोलुशन के बाद फ्रेंच की समाज व्यबस्था में आये हुए परिवर्तन के कारण बहुत सारे समस्याए विकशित हुए थे, जैसे की हत्या, चोरी, डकइती इत्यादि।
5. आधुनिक सामाजिक समस्या : - दोस्तों ये तो हम सभी जानते है की समाज परिवर्तनशील होता है। समाज के इस परिवर्तन के साथ साथ समस्याए भी परिवर्तित होती है।
पौराणिक समय में जिन जिन समस्याओ को लोग समस्या मानते थे उनमे से ज्यादातर आज के समय में समस्या नहीं रहे।
उदाहरण : - विवाहपूर्व स्त्री-पुरुष का एक साथ रहना।
आज का समय है आधुनिकीकरण का इसीलिए अब इस आधुनिक दुनिआ में कुछ अन्य समस्याए विकशित हो रही है जिसको हम आधुनिक सामाजिक समस्या बोले तो भी गलत नहीं होगा।
उदाहरण : - आतंकवाद, बलात्कार, जनसंख्या बृद्धि इत्यादि।